“अखण्डमण्डलाकारं व्याप्तं येन चराचरम् ,
तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्री गुरूवे नमः”
तुलसीपीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज के उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्र दास जी के पैतृक गाँव रामपुर खागल प्रतापगढ़ में आयोजित श्रीमदभागवत कथा में स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज के श्री मुख से कथामृत पान करने का पुण्य अवसर प्राप्त हुआ,इस पुण्य अवसर पर प्रातः स्मरणीय पूज्यपाद श्री गुरूजी का वंदन एवं आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ।