आज “आपातकाल” पर अयोध्या अटल भवन सभागार में आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित किया, इस अवसर पर “लोकतंत्र सेनानियों” का सम्मान किया गया संगोष्ठी में उपस्थित सभी वक्ताओं ने आपातकाल विषय पर चर्चा की I
आज के ठीक 49 साल पहले भारत में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लगाया गया था। आपातकाल हमारे देश के लोकतंत्र के इतिहास का वह काला अध्याय है जिसे चाह कर भी भुलाया नहीं जा सकता। सत्ता के दुरुपयोग, और तानाशाही का जिस तरह खुला खेल उस दौरान खेला गया, वह कई राजनीतिक दलों की लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता पर बहुत बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है।
यदि आज इस देश में लोकतंत्र जीवित है तो उसका श्रेय उन लोगो को जाता है जिन्होंने लोकतंत्र की बहाली के संघर्ष किया, जेल गये और न जाने कितनी शारीरिक और मानसिक यातना से उन्हें गुज़रना पड़ा। भारत की आने वाली पीढ़ियाँ उनके संघर्ष और लोकतंत्र की रक्षा में उनके योगदान को याद रखेंगीं। संगोष्ठी में कार्यकर्ता तथा पदाधिकारी उपस्थित रहे I