तेज तम अंस पर, कान्ह जिमि कंस पर, त्यौं मलिच्छ बंस पर, सेर सिवराज हैं।
पराक्रम, नीति एवं स्वराज्य के दिव्य प्रकाशपुंज ‘राष्ट्रगौरव’ छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पर के. एम. सी. भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ मे आयोजित संगोष्ठी मे उपस्थिति होकर सम्बोधित किया ।
छत्रपति शिवाजी महाराज जी ने न केवल एक साम्राज्य की नींव रखी, बल्कि असंख्य हृदयों में स्वतंत्रता, सम्मान एवं स्वाभिमान की एक अमिट ज्वाला भी प्रज्वलित की। उनका अदम्य साहस व कुशाग्र रणनीति आज भी हम समस्त भारतवासियों के लिए एक अटूट प्रेरणास्रोत है!
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री युवा मोर्चा श्री हर्षवर्धन सिंह जी, पार्षद श्री स्वदेश सिंह जी, सत्यदेव सिंह जी, चीफ प्रॉक्टर नीरज शुक्ला, श्री कार्तिकेय सिंह जी व अन्य सम्मानित गणमान्य उपस्थित रहे ।