समस्त युवा भाइयों/बहनों को मेरा सादर नमस्कार
साथियों हम आप सभी भली भाँति वर्तमान वैश्विक संकट से परिचित है, यह समस्या न केवल भारत में बल्कि दुनिया के शताधिक देशों में व्याप्त है, इस महामारी से सम्पूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था पर गहरा आघात पहुँचा है, हमारा देश भारत भी इतनी बड़ी जनसंख्या के साथ पूरी ताकत और हिम्मत से, हम सभी के आपसी सहयोग से, इस परेशानी से लड़ रहा है। संकट की इस घड़ी में अनेक छोटे-बडे़ उद्योग-धन्धे प्रभावित हुए है, हमारे बहुत से प्रवासी श्रमिक भाइयों को अनेक संकटों का सामना करना पड़ा, यद्यपि देश और प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व ने शीघ्र अति शीघ्र उन सभी समस्याओं के निदान हेतु उचित कदम उठाये, आज भी इस बात का पूरा ध्यान दिया जा रहा है कि इस विषम परिस्थिति में कोई भी व्यक्ति भूखा ने सोय। हमारी सरकारें हर सम्भव हमारा सहयोग कर रही है, ऐसे में मेरा निवेदन देश के भविष्य भावी कर्णधार युवा साथियों से है, चाहे वे छात्र हो, कर्मचारी हो, श्रमिक हों या अन्य किसी भी छोटे बडे़ कार्य व्यापार में लगें हो, हमारे आपके सहयोग सजगता, कर्मठता, से ही इस विषम परिस्थिति से हम सामान्य स्थिति में पहॅच पायेगें। हम जिस भी क्षेत्र में, जिस स्तर पर है, मानवता को ध्यान में रखकर एक-दूसरे का ख्याल रखते हुए देश को सर्वोपरि मानते हुए कार्य करें। इतने दिनों के लिए हम घरों में रहे है, भविष्य में भी हम बहुत आवश्यक होने पर ही बाहर जायँ वो भी पूरी सावधानी से। इस बात का पूरा ख्याल रहे कि कही हम लॉकडाउन में अकर्मण्य, आलसी न हो जायँ । स्वयं की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाये रखने के लिए विभिन्न आयुर्वेदिक और घरेलू ओषधियों का सेवन करें, दिनचर्या सुधारे, योग करें। दूसरों को भी प्रेरित करें। किसी ने सत्य ही कहा है कि-हम बढे़ तो सब बढेंगे अपनेआप साथियों।