आपकी सुरक्षा आपके हाथों में है, अपने हाथों को स्वच्छ रखें ख़ुद की सुरक्षा के लिए सामाजिक आयोजनों को सीमित रखें, भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर रहें, इस जानकारी को साझा करें और अपनी सुरक्षा के लिए हमारी मदद करें। बदलकर अपना व्यवहार, करें कोरोना पर वार।
कोरोना संकट के दौरान गरीब कल्याण के लिए मोदी सरकार का ऐतिहासिक निर्णय। नवंबर 2020 तक 80 करोड़ से अधिक गरीबों को प्रति माह 5 किलो गेहूं/चावल और 1 किलो चना नि:शुल्क दिया जाएगा, गरीबों और जरूरतमंदों को सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय 2 वर्गों को जाता है, पहला वर्ग हमारे देश के अन्नदाता और दूसरा वर्ग हमारे देश के ईमानदार टैक्सपेयर हैं, मैं हर गरीब के साथ ही, देश के हर किसान, हर टैक्सपेयर का हृदय से अभिनंदन करता हूं, पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’। इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोजगार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गांव छोड़कर कहीं और जाते हैं या किसी और राज्य में जाते हैं। त्योहारों का ये समय जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली ये योजना, अब जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर में भी लागू रहेगी।
आगामी 27 जून 2020, शनिवार को सांय 5 बजे भाजपा,अवध क्षेत्र की वर्चुअल रैली आयोजित होगी, जिसमें केंद्रीय कपड़ा तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी जी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनसंवाद रैली को सम्बोधित करेंगी। आप सभी अधिक से अधिक इस रैली का हिस्सा बने।
कोरोनावायरस रोग के प्रकोप के वक़्त डेंगू को नज़रअंदाज़ ना करे। डेंगू का उपचार संभव है। जानिए इसके लक्षणों को और यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो जांच के लिए डॉक्टर के पास तुरंत जाएं।
27 जून को आयोजित होने वाली रैली की तैयारियों के सम्बंध में अवध क्षेत्र- कार्यालय पर हुई बैठक में श्री जे.पी.एस. राठौर जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त समस्त जनपदों से फेसबुक के माध्यम से सहभागियों की संभावित संख्या पर व्यापक परिचर्चा हुई।
यह अभियान 125 दिनों का है और यह मिशन मोड में चलाया जाएगा. एक ओर, यह 25 विभिन्न प्रकार के कार्यों के कार्यान्वयन और कार्यों को तीव्र करके प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करेगा और दूसरी ओर देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए 50,000 करोड़ रुपये के फंड की मंजूरी दी गई है. 116 जिलों के 25 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों के साथ इस अभियान में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा इन 6 राज्यों को चुना गया है, जिसमें इच्छा जताने वाले 27 जिले शामिल हैं. ऐसा अनुमान है कि इन जिलों से 2/3 प्रवासी श्रमिकों को कवर किया जाएगा या लाभान्वित होने का अनुमान है. यह अभियान 12 विभिन्न मंत्रालयों या विभागों जिनमें ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, खान, पेयजल और स्वच्छता, पर्यावरण, रेलवे, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, नई और नवीकरणीय ऊर्जा, सीमा सड़क, दूरसंचार और कृषि सहित एक समन्वित प्रयास होगा. इसलिए, हम कह सकते हैं कि ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ एक व्यापक ग्रामीण सार्वजनिक कार्य योजना है, जो 20 जून, 2020 को भारत सरकार द्वारा शुरू की जाएगी. COVID-19 महामारी लॉकडाउन में जो प्रवासी मजदूर अपने घर आ गए हैं उनको रोजगार के अवसर प्रदान किये जाएंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण होगा.
इस बार भी पूरे उत्साह के साथ घर पर परिवार जनों के साथ सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए योग दिवस मनाए। योग एक महत्वपूर्ण एवं विश्वसनीय सुरक्षा कवच है।’ संकोच ना करें। इंतज़ार ना करें। किसी भी तरह के लक्षण महसूस होने पर 1075 (टोल फ्री) पर कॉल करें। इस जानकारी को साझा करें और अपनी सुरक्षा के लिए हमारी मदद करें। बदलकर अपना व्यवहार, करें कोरोना पर वार।